शहडोल भास्कर
शहडोल जिले में रेत माफियाओं का बल्ले बल्ले..?
तहसीलदार के करिदो और पुलिस के सह से चल रहा है रेत के अवैध उत्खनन.?
गोहपारू थाना क्षेत्र चुंदी चंद्ररेह के भुरसी लोढी से रेत माफिया ताबड़तोड़ कर रहे हैं रेत के अवैध उत्खनन।
शहडोल भास्कर// गोहपारू थाना क्षेत्र भुरसी लोढी बरकोड़ा उमरिया वन भूमि एव आर एफ मार्ग से। रेत माफिया दिन दहाड़े रेत के अवैध उत्खनन कर ट्रैक्टर। केे माध्यम से परिवहन कर रहे हैं। सूत्रों के मानें कस्बा भ्रमण करने वाले वन परिक्षेत्र खन्नौधी बीट गाट लोढी नवागाव के सह से वन भूमि से रेत के गाड़ियां निकाली जाती है। बीट प्रभारी की संलिप्तता पुलिसकर्मियों के साठ-गाँठ से। रेत के कारोबार पूरे गोहपारू थाना क्षेत्र में संचालित है। जानकारों के माने गोडारू पैलवाह पाथर सेमरा गोडना नदी से सुबह तडके उत्खनन और परिवहन किया जाता है वहीं। दूसरे स्थान। महुआटोला चुहिरी कुनक नदी ऊचेहरा बेला भदवाही मोरगा मितोरा चुदी नदी छत्तीसगढ़ सीमा से लगे वन भूमि के। उपयोग करते हुए रेत का उत्खनन । रेत माफियाओं ने।
छोटे छोटे कृषि कार्य। वाहनों के माध्यम से रेत का कारोबार संचालित कर रहे हैं।
कृषि कार्य के लिए गए ट्रैक्टर। के जरिया रेत का उत्खनन में संलिप्त।है रात्रि के अंधेरे में ट्रैक्टर के माध्यम से नदियों की रेत को निकाल कर पूरे थाना क्षेत्र में रेत का कारोबार फल फूल रहा है सूत्रों की मानें तो ग्रामीण क्षेत्र में छोट भैया नेता और ठेकेदार ग्राम पंचायत के प्रधानमंत्री आवास पुलिया रपटा अन्य सभी सरकारी कार्य को पूरा करने के लिए अवैध तरीके से रेत का उत्खनन कर कार्य कर रहे हैं। खनिज विभाग ने अब तक ग्रामीण क्षेत्र में छोटी-छोटी नदियों से। रेत के उत्खनन को रोकने में नाकाम साबित हुआ है। थाना क्षेत्र में इस कदर से रेत के अवैध उत्खनन पर लगाम लगाने में। तहसीलदार गोहपारू और पुलिस प्रशासन चुप्पी साध कर बैठे हुए हैं.?सरकार की राजस्व की चोरी दिन दहाड़े रेत माफियाओं ने खुलेआम कानून को चुनौती देते हुए अधिकारियों को धता बताने का। कार्य कर रहे हैं। इस पर प्रशासनिक उच्च स्तरीय अधिकारियों का। आगे क्या रुखोगा। यह बात कार्यवाहियों। के बाद पता चलेगा। बहरहाल।ग्रामीण क्षेत्र में पुलिस के साठ गांठ से रेत माफिया अव्वल दर्जे। में गैर कानूनी तरीके से व्यवसाय को संचालित करने में कामयाबी हासिल कर रहे हैं।कहा यह जा रहा है कि जिले में। संचालित खदानों को सरकार ठेके पर दे। दिया है। इस कारण सस्ता दाम में। रेता प्राप्त कराने के लिए अधिकारियों के सह पर अवैध उत्खनन जिले में फल फूल रहा है। और अब तक कार्यवाही के नाम पर। खनिज विभाग विवादित ख़बरों का सुर्खियां बटोरते रहते हैं।