शहडोल भास्कर
पुलिसकर्मी के तैनात जवान ने किशोरी के साथ किया थाने में मारपीट
यह मामला जिले के थाना झिकबिजुरी और दर्शीला चौकी मे तैनात सिपाही के करतूत अब पहुंचा पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय ठीक आपने सही सुना है आगे बताते हैं कि पुलिस के सौगंध वाला कहानी जब प्रशिक्षण के बाद देश सेवा के लिए निकलते है
जनसेवा और देशभक्ति की जुनून का अगर आप हम सब ने देखना होगा तो पुलिस के कार्यशैली को देखें न्याय के गुहार लगाने के लिए सबसे पहले शासन के व्यवस्था अनुसार पुलिस विभाग के चौखट पर सिर रखकर पीड़ित पक्ष अपना दुख दर्द बयां करता है और पुलिस जनसेवा के नाम पर समाज को न्याय के लिए जनता के साथ खड़ा होकर अपनी लड़ाई समझकर कार्य करता है ईमानदारी और कार्यकुशलता का बिगुल पूरे प्रदेश में शहडोल का नाम प्रदेश के मुख्यमंत्री और गरीबों का मसीहा प्रदेश के बेटियों का मामा अपने हाथों से शहडोल रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री दिनेश सागर को अच्छे कार्य कुशलता के नाम पर प्रशस्ति पत्र देकर प्रशंसा किए थे और सच भी यह है कि श्री सागर अपने कार्य प्रणाली से शहडोल रेंज के जनता के बीच अपना जनाधार किसी राजनेता से कम नही बना के रखे है भले ही शहडोल जिले के पुलिस महकमे में मामा के भाजिओ को सरेआम रात भर थाने के सलाखों के पीछे रखकर मारपीट किया जा रहा इसका परवाह लेने वाला शायद इस आदिवासी अंचल जिले में कोई नहीं है यह मामला जिले के जैतपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत दर्शीला चौकी का है जहां पर ए एस आई श्याम सिंह के हाथ पर चौकी का प्रभार पुलिस कप्तान ने जिम्मेदारी दिया है | साहब के मौजूदगी में आदिवासी किशोरी के साथ रात के समय पुलिस महकमे के तैनात पुलिसकर्मी नितिन शुक्ला और इंद्रबहादुर सिंह ने वर्दी के रोप पर मार पीट
किया और साछ छिपाने जैसे मनगढ़ंत कहानी जांच पड़ताल मे सहयोग करना भी आवश्यक है
पीड़ित पक्ष शिकायतकर्ता को कुशाभाऊ ठाकरे जिला चिकित्सालय शहडोल में सात जुलाई को भर्ती कर दवाई कराया गया पीड़िता ऋतुराज सिंह ने अस्पताल से छुट्टी होने के पश्चात जिले के संवेदनशील पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर अपना व्यथा जिले के पुलिस विभाग के मुखिया को रो रो-रोकर सुनाई और पुलिस कर्मियों के द्वारा बर्बरता पूर्ण व्यवहार एवं मारपीट के संदर्भ पर न्याय का मांग करते हुए जांच कराने की आवेदन प्रस्तुत किया लेकिन मामला अपने ही विभाग का है इसलिए विभाग को ही जांच सौंपा जाए जिससे पीड़िता को न्याय मिले या ना मिले पुलिस के लिए वह बात मायने नहीं रखता लेकिन पुलिस विभाग में गैर संवेदनशील तरीके से जनता से बर्बरता पूर्ण व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कब कार्यवाही होगा इसके लिए व्यावहारिक रूप से संभाग के पुलिस कमिश्नर को उन्हें दोबारा दस दिन बाद पीड़िता ने आकर अपना व्यथा बताया मामले को संज्ञान में लेते हुए श्री डीसी सागर ने आनन फानन में जैैपुर थाना प्रभारी श्री भानु सिंह को बुलाकर मामले का जायजा लिया और जांच के लिए भी जैैपुर प्रभारी को सौंपा गया शिकायत के संदर्भ में
शिकायतकर्ता पीड़ितपक्ष का कहना है प्रशासन जिले के किसी अन्य थाना क्षेत्र के अधिकारियों के माध्यम से जांच कराया जाए जिसके माध्यम से पीड़िता को न्याय मिल सके अब पुलिस खंगाल रही है थाना चौकी के सीसीटीवी फुटेज का वीडियो एवं फोटोग्राफ इस संवेदनशील खबर को लेकर चौकी प्रभारी श्याम सिंह के साथ उनका ओपिनियन चाहा गया तो उन्होंने घटनाक्रम को निराधार बताते हुए अपना पल्ला झाड़ने का मौका तलाश लिए देशभक्ति और जनसेवा के किस्से कहानी आपने बहुत सुना होगा लेकिन शहडोल में बढ़ते अपराध के पराकाष्ठा के ऊपर अगर एक एक घटना क्रम को देखा जाए तो यह कहानी के रूप में बदल जाएगा और लोगों को न्याय के जगह पर किताबों में कहानी और पहेलियों का स्थान मिलेगा पुलिस के कार्यशैली पर जब जनता अपना उंगली इंगित करता है तो जनता के पास पुलिस की ओर से हजारों सवाल खड़े करते हैं उन सवालों के घेरे में पीड़ित पक्ष खड़ा होकर न्याय के जगह में चुप्पी साध कर माउंन बैठ जाते हैं प्रदेश के मुखिया भले ही जीरो टोलरेंस के बात करने का दवा अपने सभा के मंच से जनता की ओर इशारा कर रहा हो लेकिन लोगों को न्याय मिलना ठीक उसी तरह से दिखाई देता है जैसे उजाले रात्रि पर चकोर को चांद दिखाई देता शहडोल पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक के कार्यशैली पर मैदानी अमला इन दिनों अपने कार्यशैली के कारण विभाग के छवि को खराब करने में पुरजोर प्रयास करते हैं जिसका खामियाजा संवेदनशील अधिकारियों को भी उठाना पड़ता है देखना यह होगा पीड़िता ऋतुराज सिंह के साथ पुलिस कर्मियों के द्वारा थाने में बैठा कर महिला पुलिस के अनुपस्थित मे जिस प्रकार से मारपीट किया गया है उसे कब न्याय मिलता है यह भी संवेदना का विषय है और इस पर उच्च स्तरीय अधिकारी जांच को किस स्तर तक लेकर पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाएंगे यह भी एक बड़ा सवाल है क्या सवालों के बीच में फसा रह जाएगा शहडोल जिले के पुलिस व्यवस्था की कार्यशैली और देश भक्ति परोपकार का कहानी