शहडोल भास्कर
साक्षरता संविदा प्रेरक जिला इकाई ने कलेक्टर के नाम सौपे ज्ञापन?
साक्षरता संविदा प्रेरकों ने सेवा बहाल करने को लेकर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम से ज्ञापन देते हुए कहे हमें वापस लिया जाए?
शहडोल मुख्यालय खबर//शहडोल जिले में साक्षरता संविदा प्रेरकों को 2012-13 से 18 के अंतराल कार्य कराया गया था। अप्रैल प्रेरकों ने अपने ज्ञापन में बताया है कि बिना सूचना के स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा हमें पृथक से 31 मार्च 2018 में निकाल दिया गया है। और यह जिम्मेदारी 31 मार्च 2018 से 2024 तक स्कूल शिक्षा विभाग के पास में है। अब हम बेरोजगार है। और दर-दर भटक रहे हैं। प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से निवेदन है किये है। साक्षरता संविदा प्रेरको ने मध्य प्रदेश के प्रेरक संगठन के नेतृत्व में शहडोल जिले के सभी प्रेरक अपने कार्य और संविदा बहाल को लेकर ज्ञापन सौपा है। उन्होंने कहा है कि 19 99 से लेकर अब तक कार्य करने वाले कुछ प्रेरकों को उनके शिक्षा के आधार पर नियुक्ति दिया जा चुका है50 प्रतिशत नियुक्ति किया जा चुका है प्रेरकों की मध्यप्रदेश में संख्या 23930 है। जिसको 50 प्रतिशत जनजाति अल्पसंख्यक वर्ग से आते हैं। रोजगार के तलाश को लेकर लंबे समय तक साक्षरता मिशन के साथ काम करने के बाद निकाल दिया गया। जिस से हम बेरोजगार है ।और हमें आगे मौका दे साक्षरता मिशन के माध्यम से स्कूल शिक्षा विभाग में स्थान दिया जाना न्याय उचित होगा ज्ञापन देते समय में जिले के प्रेरक साक्षरता संविदा प्रेरक मोर्चा जिला इकाई के सदस्य सुनीता पनिका प्रकाश जायसवाल रामचरण पटेल अजय सिंह हीरालाल कोल सभी उपस्थित रहे?