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 शहडोल भास्कर

शहडोल संसदीय क्षेत्र के सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह किसानों को समय से विद्युत मिले किसानो को अस्वस्थ किये.? 

अन्नदाता की खेती विद्युत पानी कि कमी से सूखने के कगार में। प्रशासन की उदासीनता के खामियाजा भुगत रहे किसान..?

शहडोल// आज बात करते है मध्यप्रदेश के अन्नदाता के जिन्हें सरकार से लेकर। जनता अपना भाग्य विधाता समझता है। ऐसे में उस अन्नदाता की दर्द भरी। खेत से लेकर खलिहान तक की सफर को कैसे तय करता है। इसे लेकर ग्राउंड स्तर में किसानों से बात करने के बाद पता चलता है । सरकार भले ही किसान के लिए सबसे ज्यादा अनुदान का प्रावधान रखा हो। लेकिन किसान के खेती के प्रति सरकार के नुमाइंदगी करने वाले जिम्मेदार अफसर सजग नही है? इस देश के किसान है। जिन्होंने खेती को लेकर दूसरों के ऊपर आश्रित रहता है  कभी।आसमान की ओर गर्जते के बादल कि योर देखता है तो कभी टिमटिमाते तारे के तरफ टकटकी लगा कर।  पानी की इंतजार करते। हुए। अपने खेत में लगे फसलों को भरोसा दिलाते हैं। तो कभी सरकार के द्वारा विभिन्न प्रकार की विद्युत उपकरण सिंचाई के संसाधन और नवीन तकनीकी सहयोग से खेती करने उपायों को अपने आस-पास तलाशते हैं। इसके बावजूद भी किसान की खेती पानी के कमी के कारण कहीं न कहीं सूख जाता है। और इस देश के किसान। अपने भाग्य को विधाता के ऊपर छोड़कर निराश मन से खेती में लगाए गए लागत और अपने परिवार की परवरिश। को लेकर दिन रात चिंता में डूबे हुए। खेत। के आस-पास भटकते रहता है। यूं कहें। सरकार। तो

 किसान के नाम पर शहडोल को राष्ट्रपति कर्मठ अवार्ड 

आधुनिक खेती। को लेकर विभिन्न तकनीकी व्यवस्थाएं अनुदान। विभागीय परिकल्पनाओं के बीच किसान को लुभाने के लिए नए नए योजनाएं संचालित करता है सरकार  इसके बावजूद ।इन दिनों रवि फसल में आने वाले गेहूं की खेती किसान के खेत में विद्युत की कमी के कारण। सूखने के कगार। में है। कहीं पर विद्युत उपभोक्ताओं और किसानों के द्वारा समय पर 

विद्युत की भारी भरकम बील न भरने के कारण। विद्युत कटौती कर। खेती। को सुखाने के लिए अधिकारियों ने मन बना लिया है

   समय मे बील भुगतान कहीं पर ट्रांसफार्मा समय पर न लगने से किसान की खेती।सूख जाता है। ऐसे में

 सरकार के द्वारा किए जा रहे हज़ारों उपाय किसान के लिए। किसी काम का नहीं..?

 गौर करें किसान की खेती सूख जाने के बाद किसान के घर में बीमारी से जूझ रहे परिजनों। बच्चों के शिक्षा दीक्षा और बेटियों के विवाह कि।जिम्मेदारियों को लेकर। किसान के ऊपर दोहरा जिम्मेदारी  उठाते उठाते किसान के कंधे कमजोर होते जा रहा है।

 बात करते हैं। मध्यप्रदेश सरकार ने किसान के लिए लगभग 27 योजनाएँ संचालित कर। किसान। के खेती को लाभ का व्यवसाय बताया है। वहीं पर भारत सरकार ने प्रधानमंत्री सिंचाई योजना से लेकर। 54 योजना संचालित कर किसानों को अमीर बनाने का जिम्मेदारी उठा रहे हैं। वहीं पर किसान के ग्रीष्म कालीन रबी फसल सूखने की कगार में है। शहडोल संभाग के किसानों ने अपने सूखते हुए खेती के स्थितियों को भापते  हुए।अपने भाग्य को भगवान के ऊपर छोड़ कर

 क्षेत्रीय जन प्रतिनिधि शहडोल संसदीय क्षेत्र की सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह 

को  किसानो ने अपनी दर्द सुनाया है। इसको लेकर सांसद ने आश्वस्त किया है कि विद्युत? की कमी को पूरा करने के लिए  हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। और विद्युत कटौती को लेकर मै संभागीय स्तर के विद्युत विभाग के अधिकारियों से तत्काल प्रभाव के साथ।

समन्वय करूँगी किसानो को पानी मिले 

इस देश के किसानों के लिए भले ही। प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी मर मिटने को तैयार हो।लेकिन उनका प्रयास कोसो दूर दिखाई दे रहा है ।

 किसान बिद्युत के लिए मजबूर है। शहडोल के किसान। शहडोल जिले में इन दिनों विद्युत कटौती ट्रांसफार्मा खराब समय पर बिल भुगतान न होने के कारण शासकीय कर्मचारी विद्युत लाइन काट कर किसान के बेटा बेटियो के परीक्षा में होने वाले नुकसान को कौन करेगा भरपाई? है। लापरवाह शहडोल संभाग के विद्युत अधिकारी। जहा छोटे छोटे बच्चों का परीक्षाएं हो रहे हैं। विद्युत कटौती का असर देख रहे है। बात करते हैं ग्रामीण क्षेत्र की विद्युत व्यवस्थाओं की बहरहाल। शहडोल जिले में इन। दिनों ग्रामीण क्षेत्र में 4 घंटे के हिसाब से। विद्युत सप्लाई का कार्य क्षेत्रीय विद्युत कंपनी के द्वारा संचालित किया जा रहा है। ऐसे में किसान की खेती और किसान की बेटियों की विवाह कार्यक्रम आयोजन और किसान के बच्चों की पढ़ाई में भारी असर पड़ रहा है। सरकार एक तरफ किसान की हितैषी। बताते हुए। किसान को। किसान सम्मान निधि खेती से होने वाले परेशानियों को दूर करने के लिए बड़े बड़े वादे करते हैं और जमीनी स्तर पर जन प्रतिनिधियों ने। किसान हजारों समस्याओं के साथ अधिकारियों के बीच।

व्यवस्थाओं को लेकर बढ़ती तकरार से जनता परेशान। है रबी का फसल सूखने की स्थिति में हैं। जिले में चुने हुए। जनप्रतिनिधियों के माध्यम से खबर चला है ।आने वाले समय में किसान की नुक्सान की भरपाई। किस कदर से? किया जाएगा। इसका भी चिंता सरकार को ही करना होगा

इनका कहना है

शहडोल संसदीय क्षेत्र के

सांसद

श्रीमती हिमाद्री सिंह

शहडोल संसदीय क्षेत्र में विद्युत की कमी से किसानों की खेती नहीं सूखेगा। इसके लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। विद्युत विभाग के साथ। बात करेगे । विद्युत के सप्लाई को पूर्ण किए जाएंगे..?

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