शहडोल भास्कर
बुढ़ार थाना क्षेत्र में कोयला के अवैध कारोबार को लेकर आम मजदूरो के मौत से क्षेत्र में आक्रोश कोयले के कारोबार को पूर्णतय प्रशासन लगायें अल्प विराम ?
ओपन कोयला खदान मे दबने से एक ही परिवार। के दो लोगों का आकस्मिक मृत्यु।
बुढ़ार// धनगमा बुढार।थाना क्षेत्र में अवैध कोयला खदान संचालित होने के कारण। गरीबों का जा रहा है जान?
गरीब मजदूर।परिवार के दो व्यक्तियों। पति पत्नी का आकस्मिक कोयला खदान में दबने से मौत हो गया। क्षेत्र में संचालित अवैध कोयला खदान को बंद करने के लिए जिले के संवेदनशील तात्कालिक पुलिस अधीक्षक अवधेश गोस्वामी व कलेक्टर श्रीमती।बंदना वैद्य के द्वारा मुहिम चलाकर बंद कराया गया था जिससे अवैध कारोबार करने वाले माफियाओं के कारण आम लोगों।का जीवन को बचाया जा सके। जानकर हैरानी होगा कि पूर्व वर्षों में एक साथ धनपुरी बुढार। कोयला खदान में। 5 युवाओं का जीवन लीला। ओपन कोयला खदान के अंदर ही काल के गाल। में। समा गए थे।बुढार को काला हीरा नगरी के नाम से जाना जाता है और यहां पर केंद्रीय।जांच एजेंसियां एवं मध्यप्रदेश शासन के तमाम प्रशासनिक विभाग अपने आप में कोयले खदानों के संरक्षण रखरखाव परिवहन और सभी गतिविधियों पर विशेष निगरानी रखा जाता है। इसके बावजूद भी। राज्य सरकार के कई प्रयासों के बाद भी मजदूरों का आकस्मिक मृत्यु होना।सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण। घटनाएं सामने आ रही हैं।यह कोई नई मामला नहीं है एक ही परिवार के। दो लोगों का जान गया हो।रोज मर्रा के जीवन में पापी पेट।के भरण पोषण के लिए कोयला खदान के अंदर।फँसने से मृत्यु हो गए।ऐसी घटनाओं को देखने के बाद क्या जिले के संवेदनशील कलेक्टर। डा केदार सिंह और संवेदनशील पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव। आवश्यक रूप से संचालित अवैध कोयला खदान। के मुख्य द्वारों को बंद कराने का मुहिम चालू करेंगे? जिससे आने वाले समय में इस प्रकार की घटनाओं को पुनरावृत्ति होने से रोका जा सके 5 बेटियों के माता पिता ने। अपने बच्चों के भरण पोषण। के लिए मजदूरी के नाम पर अपने जीवन के अंतिम लीला। कोयला खदान। के दलदल में समाप्त कर दी। उस परिवार का। क्या होगा। जिसके ऊपर से माता? पिता का साया। एक साथ छिन गया होगा।। प्रशासनिक तंत्र अव्यवस्थाओं के बीच दिन प्रतिदिन समस्याओं के अंबार खड़े होते नजर आ रहा है। कई वर्षों से पदस्थ थाना प्रभारी ।संजय जायसवाल के कार्यशैली को लेकर थाना क्षेत्र के नागरिकों ने कई बार प्रशासनिक उच्च अधिकारियों को लिखित में हटाने की मांग भी किया है।लेकिन।कोयला नागरी के चकाचौंध में।
काली हीरा के तलाश में निकले पुलिस अधिकारी अफसर शाही का एक नजरा देखे?
काले कारोवर के आड में ऐसे कितने घटनाएं हो चुके हैं? जिसे त्वरित? रफा दफा कर दिया जाता है।और सहाब के कुर्सी। कि ओर कोई आच नहीं आता गरीबों के परिवार में इस प्रकार के घटनाएं जब घटता है तो उसके आस-पास उसकी गरीबी और मजबूरी। को देखते हुए।
कोयले के अवैध कारोबार में। संलिप्तता का इतिहास रच। दिया जाता है। जबकि इस कोयले के काली कारोबार में जिले के ज़िम्मेदार पुलिस प्रशासन से लेकर। प्रशासनिक तंत्र संलिप्तता की घेरे में घिरा हुआ है? दिनदहाड़े अवैध कोयले के गाडियां संभागीय मुख्यालय से परिवहन करते हुए निकलता है और कोयला के कारोबार में बुढार के जाने माने कारोबारी इन। दिनों राजधानी तक अपनी धाक जमा कर कई दर्जनों मजदूरों को। ओपन खादान के अंदर भेजकर। मौत के घाट पहुँच गये? लेकिन अब तक कार्यवाहियां अगर हुई है तो कोयले के अंदर मृतक परिवार और मृत। अवस्था में मिले शव के ऊपर कार्यवाही । आप कभी यह नहीं सुने होंगे कि चोरी करने गए युवाओं का। मृत्यु ओपन खदान धनपुरी में विगत वर्ष हुआ था जिसमें 5 गरीब परिवार के मजदूर युवाओं की ऊपर उनके मृत्यु होने के पश्चात् जिले के प्रशासनिक अधिकारियों एवं पुलिस विभाग ने चोरी का। केस दर्ज कर। यह साबित किया था कि कोयला की इस। कारोबार में प्रशासन के नजरिया कहाँ तक पारदर्शिता और स्वच्छता नागरिकों के हितैषी कानून के रखवाले हैं
आमजन के हितैषी है और दोषी कौन है जिनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए इस बात का भी मुआयना प्रशासनिक अधिकारियों ने अब तक नहीं किया है। मृत्यु होने के बाद प्रशासन ने जब। कोयले के अंदर रखें, लोहा चोरी को लेकर संलिप्त माना गया ऐसी ही घटना धनगमा। के ओम प्रकाश यादव के परिवार के ऊपर बीती। है जिसके परिवार में 5 बेटियां मौजूद है उनके दर्द।दुखों को किस प्रकार से देखा जा। सके जिससे आने वाले समय में इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हो उसके लिए? जिले के संवेदनशील अधिकारियों को अवैध कारोबार को बंद करने के लिए फैसले लेना चाहिए जिसको। लेकर आसपास के ग्रामीणों ने। इस बात का दुख व्यक्त किया है और मांग किया है के संचालित ओपन खदान जहां से आम मजदूर छोटे छोटे बोरियों में कोयले का खनन करने के लिए नीचे उतरते हैं। ऐसे में आकस्मिक घटनाएं होना संभव है। उन सभी को बंद करने का आग्रह किए