शहडोल भास्कर
मध्यप्रदेश शासन के नेतृत्व में चलाई जा रही बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान मेला का अपर कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालनअधिकारी। जिला पंचायत ने नौनिहाल बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक शिष्टाचार का किये। क्षमता वर्धन..?
सरकार का फरमान जारी हुआ तो अधिकारी नवाचार करने पहुँचे नौनिहाल। बच्चों के स्कूल। मिलने और देखे कि शहडोल की शिक्षा किस कदर। से। चल रहा है।..?
मुख्यमंत्री के। आदेश प्राप्त होते ही अधिकारियों को छोटे बच्चों का स्कूल याद आ जाता है नहीं तो। सहाब। दौरे के समय मे भी स्कूल के तरफ देखते भी नहीं। क्या यह बात सही नहीं है?
कि इनकी भी जवाबदेही इन बच्चों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए..?
।शहडोल 11 जनवरी 2025-को मध्य प्रदेश के यशसवी एंव लोकप्रिय मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के द्वारा मध्यप्रदेश में शिक्षाक की विकास तेजी से हो इस कारण दुराचल क्षेत्र में बच्चों की मानसिक एवं शारीरिक विकास के साथ बौद्धिक विकास की परिकल्पनाओं को लेकर।
शासन स्तर में नवाचार का प्रयास किया है। इस से कहीं न कहीं प्रदेश के बच्चों कि भविष्य उज्जवल होगा सरकार के द्वारा निरंतर कई वर्षों से।
आदिवासी अंचल एवं ग्रामीण शहरी क्षेत्र में उनकी शिक्षा बौद्धिक विकास के लिए मिडे मील का संचालन कराया जा रहा है जिस से बच्चों का भविष्य उज्ज्वल हो सके । आदिवासी अंचल शहडोल जिले की अगर बात करें तो शासकीय विद्यालयों की स्थितियां गंभीर है। लचर व्यवस्थाओं के कारण जिला प्रशासन से लेकर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय के संचालन और संरक्षण रख रखाव जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन के हाथों में जिम्मेदारी सौंपा गया है। इस संदर्भ में हमारे जिले के संवेदनशील जिला पंचायत अधिकारी ने संवेदना। दिखाते हुए। आदिवासी अंचल के स्कूलों में जाकर नौनिहाल बच्चों से वार्तालाप कर। उनकी शिक्षा की माप दंडो को। जानने। का प्रयास किया है यह प्रयास हमारे क्षेत्र के सौभाग्य की बात है। अनोखा पहल है । खेद इस बात की है कि जिस प्रकार से सरकार की चलायी जा रही।नवाचार गतिविधियों के साथ जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी और जिले के संवेदनशील कलेक्टर इन नौनिहाल बच्चों के स्कूल के मध्यान भोजन के थाली। की ओर एक नजर देखें तो छोटे छोटे बच्चों को थाली में सरकार के मापदण्डो के आधार से मिलने वाली मिडे मील सही समय पर। पौष्टिक आहार के साथ।मीनू के अनुसार भोजन मिलना प्रारंभ हो जाता। आपको यह बात सुनकर कर हैरानी होगा कि जिले में संचालितआदिवासी विकास एवं।
एजुकेशन के स्कूलों के माध्यम से संचालित आवासीय विद्यालयों और।
मध्यान भोजन की स्थितियां बहुत गंभीर है नौनिहाल छात्र अपने घर छोड़कर दूराचल क्षेत्र में शिक्षा अध्ययन करने के लिए छात्रावासों में निवासरत रहते लेकिन कहीं न कहीं बच्चों के थाली से। उनकी दाल पौष्टिक भोजना।
संचालित स्कूल के जिम्मेदार अधिकारी और एजेंसी निगल जाता है जिस के निरीक्षण के लिए प्रशासनिक स्तर पर साप्ताहिक जांच दल। सुनिश्चित करें जिससे बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके।। हमारे जिले के विकास में संवेदनशील मुख्यकार्यपालन अधिकारी के नेतृत्व में पंचायत ग्रामीण के बिकास कार्य दिन प्रतिदिन अग्रणी रूप में विकसित। भारत की ओर परिलक्षित कर रहा है।इस के साथ ही जिले की स्कूलों की संदर्भीकरण बच्चियों के लिए स्कूल में टॉयलेट। की व्यवस्था और स्वच्छता की ओर एक बार।कदम उठाई जाए जिससे स्वच्छ भारत के कामना।कर सकें
जिला पंचायत मुख्याध्यापक पालन अधिकारी सुश्री अंजली रमेश ने आज शहडोल जिले के एकीकृत माध्यमिक विद्यालय जमुई, सोहगपुर में आयोजित बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान (FLN) मेले का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान सीईओ जिला पंचायत ने बच्चों से गिनती पढ़वाई, खेलकूद की गतिविधियां करवाई तथा बच्चों के अभिभावकों से चर्चा की। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने मेले में लगे स्टालों का भी निरीक्षण किया।
इस अवसर पर डी पी सी श्री ए. एन. सिंह सहित अन्य लोग भी उपस्थित रहे।