शहडोल भास्कर
शहडोल जिले का नाम बिराट नगर परिवर्तन करने का अपील करेंगे जन प्रतिनिधि.?
शहडोल जिला का नाम परिवर्तन कर विराट नगर करने का ।अपील नगर वासियों ने। मुख्यमंत्री डा मोहन यादव से कल करेगे ..?
शहडोल भास्कर// महाभारत काल से। इतिहास गवाह है। सोहागपुर।
को'बिराट नगर के नाम से। विख्यात रहा। करचूलि काल में। प्राचीन सभ्यता के विराट मंदिर और राजा विराट। के द्वारा। गढ़ी निर्मित किया गया था। जिस की गवाह आज भी यथावत है। प्राचीन वैदिक ग्रन्थों के अनुसार इस बात की पुष्टि किया गया है ।द्वापर युग में महाभारत के समय। पाण्डव पुत्र अज्ञातवास के लिए एक वर्ष। की समय राजा विराट के। पास शरण में रहे। धर्मराज धिष्ठिर अर्जुन नकुल सहदेव। सभी पाँचों भाइयों ने अज्ञातवास का समय बिराट नगर में व्यतीत किये थे। इतिहास के अनुसार इस नगर का ऐतिहासिक धरोहर आज भी चीख चीख कर बोल रहा है। यहाँ पर 1000 तालाब सोहागपुर धरातल में बना हुआ था जिसे अब लगभग 50 तालाबों की संख्या में शेष बचा हुआ है। बाकी तालाब अब तक में अतिक्रमण। का शिकार हो गया सूत्रो के माने पांडों के द्वारा बनाई हुई तालाब धराशाई हो गए। स्वतन्त्र भारत के पहले इस नगर को विराट नगर के नाम से जाना जाता रहा है सोहागपुर में मौजूद प्राचीन धरोहर विराट मंदिर ऐतिहासिक पारंपरिक। पर्यटक स्थल और धार्मिक इतिहास को दर्शाता है ऐसे में बिराट नगर के नाम को बदल कर शहडोल रखा गया था। वर्तमान समय में मध्यप्रदेश के यशसवी मुख्यमंत्री।डॉ मोहन यादव से नगर वासियों ने मांग किये है कि। मुख्यमंत्री जी हमारे शहडोल का नाम विराट नगर परिवर्तन करने का आग्रह करेगे।नगर वासियों ने पुराने धरोहर 1000 तालाबों को जीर्णोद्धार अतिक्रमण मुक्त बनाने का निवेदन करेगे शहडोल।और सोहागपुर राजस्व ग्राम पांडव नगर। आस-पास तालाबों के अतिक्रमण को लेकर तीन दशक से।शहर के अंदर अतिक्रमण के मामले को लेकर जिला प्रशासन एवं चुने हुए जनप्रतिनिधियों ने नजर अंदाज करते हुई। शहडोल नगर की तालाबों पर अतिक्रमणकारियों के प्रति। किसी भी प्रकार से कार्रवाही अब तक नहीं किया गया और धीरे धीरे शहडोल सोहागपुर पांडव नगर। सभी तालाब के ऊपर नगर बसा दिया गया। ऐसे में प्राचीन धरोहर हजारों तालाब अस्त्व हीन हो गए। धीरे धीरे लुप्त होते जा रहे कर्चुरी काल के मूर्तियां और। गुफाएँ। एक बार देखें नगर पालिका शहडोल के तालाबों का दुर्दशा। देखकर साप जाहिर होता है। शहडोल नगर अब तक कितना विकसित और साफ सुथरा स्वच्छ है। और जल संरचना कि अस्तित्व कितना बरकरार है?