मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष एवं बूथ स्तर के चुनाव के सरगर्मी। को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के अंदर चल रहा है जद्दोजहद?

 शहडोल भास्कर



कुर्सी के।अभिमान अपना शान।

 भाजपा का पहचान कमल निशान


शहडोल जिले के भारतीय जनता पार्टी संगठन के चुनाव को लेकर प्रदेश नेतृत्व ने सदस्यता अभियान के प्रभारी एवं चुनाव प्रभारी के रूप में पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री अरुण द्विवेदी जिनकी कर्मभूमि महानगर सतना भारतीय जनता पार्टी में वरिष्ठ कार्यकर्ता के रूप में प्रदेश के नेतृत्व से लेकर । क्षेत्र के विकास में अपना सहभागिता अर्जित करते हैं । ऐसे। वरिष्ठ कार्यकर्ता को विराट नगरी की जिम्मेदारी दिया गया है। एवं सह प्रभारी।

शहडोल जिले के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राजस्व वन राज्य मंत्री। तथा वर्तमान जैतपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री जयसिह मरावी एवं प्रकाश जगवानी।

को पार्टी ने। जिम्मेदारी दिया है। शहडोल जिले के जिलाध्यक्ष एवं जिला।

चुनाव समिति के विस्तार को आगे बढाने के लिए?

शहडोल//विश्व स्तर के राजनैतिक दल। जो कि भारत में अपना परचम गर्व के साथ फहरा रहा है l उसके जय जय कार जन जन तक में।फैला हुआ है।ऐसे पार्टी के प्राथमिक सदस्यता अभियान। वर्ष 2024/25 के सम्पन्न हुआ।

सूत्रों के माने भारतीय जनता पार्टी। अपनी रणनीति में सफल रहा और जन। जन तक पहुंचने में कामयाबी हासिल किया आधुनिक। युग के अनुसार सदस्यता अभियान का। जो सूत्र भाजपा ने। सक्रियता। से। निभाया। उससे भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता अभियान। 4 चांद लगा दिया।

पार्टी ने वर्ष 2013/14 लोक सभा निर्वाचन के समय पार्टी अपनी रणनीति व्यवस्थाओं के अनुकूल समय के साथ बदलते राजनीति। और भारत में एक अलग पहचान बनाने के लिए आयु सीमा का। निर्धारण। कर अपने वरिष्ठ नेताओं को आयु सीमा। के बंधन से मुक्त करके पार्टी से बाहर का। रास्ता दिखाने का जो। सूत्रधार बनाया। उससे भारतीय जनता पार्टी एक दशक से अपने एक तरफा निर्णय को लेकर पार्टी के प्रति सकारात्मक विचारधारा के अनुसार कामयाबी हासिल किया है। वहीं दूसरी ओर पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने मार्गदर्शन मंडल में अपने आप को। समिट कर रह गए हैं। यह बात राष्ट्रीय स्तर से लेकर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्य समिति एवं जिले के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने। जिन्होंने। इमर्जेन्सी के समय से लेकर अब तक पार्टी के लिए अपने आप को झोंक कर। जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं को झंडा बैनर लगाने से लेकर दरी बिछाने का। कार्य किया। सत्ता के चौखट में पहुँचने से पहले ही बाहर के मार्ग प्रशस्त करना पड़ा। वह दृश्य देखकर। लगभग एक दशक से। बैठे।

कार्यकर्ताओं ने पार्टी के निर्णय को यथास्थिति बनाए रखने में । भी सफल रहा।और वरिष्ठ जन।मौन धारण कर। फिर सिरोधारण किये है। इस बार सक्रिय सदस्यता को लेकर भारतीय जनता पार्टी में इलेक्ट्रॉनिक मशीनरी आधुनिक उपकरणों को। उपयोगिता। को प्राथमिकता के अनुसार सदस्य बनाए गए उस पर वरिष्ठ जनों । की टोली। पीछे रह गई इस पर पार्टी वरिष्ठों के लिए क्या मार्ग प्रशस्त करता है। ये। विषय विचारणीय है जिससे पार्टी में। मार्गदर्शन मंडल में बैठे कार्यकर्ता अपने आप को। सहज महसूस कर रहे हैं। उन्हें भी कहीं न कहीं पार्टी के अंदर। कार्यकर्ताओं के बीच अपना स्थान ग्रहण करने का मौका प्राप्त हो जिसको। लेकर वरिष्ठ जनों ने चिंता जाहिर की है।। सूत्रों की मानें तो भाजपा में चल रहे संगठन के प्रति। विचारधारा पार्टी हितों को दरकिनार कर।अपने अपने टोली के कार्यकर्ताओं को।

मुख्य भूमिका में संरक्षण देते हुए। सक्रिय सदस्यता और जिला कोर कमेटी एवं मंडल कोर कमेटी में स्थान देने के लिए नेता अपने अपने स्तर पर जद्दोजहद कर रहे हैं। ऐसे में पंडित दीनदयाल उपाध्याय। श्यामा प्रसाद मुखर्जी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी। के विचारधारा और पार्टी के चिंतन करने वाले विश्व। के सबसे बड़े नेता कहे जाने वाले वर्तमान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। के सकारात्मक सोच। कार्यकर्ताओं की हितों को ध्यान में रखते हुए जिस प्रकार का निर्णय। लेकर मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में। मुख्यमंत्री के कुर्सी के प्रति लिए गए निर्णय से पूरे भाजपा में राजनैतिक माहौल परिवर्तन होकर। पार्टी के आदेश का पालन कर रहे हैं ऐसे में। पार्टी के।

शीर्ष नेतृत्व के अनुसार सबका साथ सब। का विश्वास और सबके विकास का नारा।बूथ स्तर से लेकर मंडल स्तर तक के कार्यकर्ताओं को एकमात्र सपना ही दिखाई पड़ रहा है। कहा जा रहा है कि? मंडल स्तर के चुनाव।में अपने अपने लोगों को राय सुमारी में।अपने पक्ष में मतदान कराने के लिए बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं की बूथ अध्यक्ष की चुनाव प्रभारियों ने मंडल के।उम्दा नेता जिसका बोलबाला मंडल से लेकर जिले तक।उसके कुर्ते की।

चमक और? वर्तमान के राजनैतिक परिकल्पनाओं से परिपूर्ण हो ऐसे ओजस्वी नेता को मंडल का नेता चुनने के लिए। बूथ स्तर पर जमीनी हकीकत को तलाशने के लिए चुनाव प्रभारियों के साठ-गाँठ से। मंडल अध्यक्षों के नेतृत्व में बनाए गए समितियों में लगभग लगभग 90% पूर्व के बूथ ग्रामाध्यक्ष। की परिवर्तन नहीं किया गया है? जो कि पार्टी के। पुराने चुने हुए मंडल अध्यक्ष एवं पूर्व मंडल अध्यक्ष महामंत्री के पक्ष में वोटिंग कर सके। इस रवैये को। तलाशने के लिए चुनाव प्रभारियों से लेकर और जिला प्रभारियों ने पार्टी के प्रति चिंता जाहिर समय रहते नहीं किया। सदस्यता अभियान समाप्त होने के पश्चात् अगर बूथ स्तर के कार्यकर्ता अपने पार्टी के सकारात्मक विचारधारा और विश्वास को जगाने के लिए। सौ प्रतिशत सदस्यता अभियान में सफलता प्राप्त करने के बाद भी उसे। मंडल। के सक्रिय सदस्यता से बाहर का। रास्ता दिखाने में। मंडल के पदाधिकारियों और

प्रभारियों ने। जी ने रणनीतियों को अपनाए हैं उससे। पार्टी के कार्यकर्ता आहत हो रहे हैं। यह मामला शहडोल। जिले के। मंडल गोहपारू के सक्रिय कार्यकर्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किये है जो पार्टी के हित। को ध्यान में रखकर भारतीय जनता पार्टी शहडोल। के निर्णय से, मंडल स्तर में कार्यकर्ताओं का चयन और चुनाव पार्टी के हित में होगा। गोहपारू भाजपा मंडल। सदस्यता अभियान के प्रभारी रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता शत्रुघ्न पटेल एवं भाजपा के मंडल अध्यक्ष। मंगलेश्वर सिंह बघेल के नेतृत्व में। सदस्यता अभियान को। विराम लगाया गया जिस पर पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रश्नचिह्न उठाते हुए। यह कहा है कि गोहपारू मंडल में सक्रिय सदस्यों की सूची बनाने में प्रभारियों और जिम्मेदारों की कहीं न कहीं कोताही रहा है जिससे पार्टी के कार्यकर्ता अपने आप को असहज महसूस कर रहे हैं। यह जानकर हैरानी तब होगा कि जब भारतीय जनता पार्टी में अपने आप को नेता साबित करने के लिए अपने ही कार्यकर्ता को पार्टी से बाहर के। रास्ता दिखाने में। जिम्मेदारों ने। अपने आप को सफलता। प्राप्त किया हो यह कोई नई बात नहीं है जबकि भारतीय जनता पार्टी में वरिष्ठ जनों के। नाम को दरकिनार कर और उन्हें मार्गदर्शन मंडल में। शामिल न। किया गया हो।। सदियों से चलिए आ रहे यह प्रक्रिया पर पार्टी के वरिष्ठ जनों को। असहज महसूस होने में। बहुत समय नहीं लगता है। पार्टी के निर्णय व्यक्तिगत रूप से किसी एक व्यक्ति को लाभ पहुचाने के लिए पार्टी के सारे विचारधारा को दरकिनार कर और सारे मत अधिकार को ठुकराते हुए किसी एक को जिम्मेदारियों से उसके कंधे में रखकर उसकी वाहवाही कि। जा रही हो।।भाजपा की विचारधारा आम जन के लिए मुख्य धारा में जोड़नेका।सकारात्मक पहल है 21वीं सदी में।भाजपा के परचम विश्व के। कोने। -कोने में तो लहरा रहा है। लेकिन।अपने ही पार्टी के अंदर साधारण। कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोकने के लिए। कहीं न कहीं पार्टी के ही जिम्मेदार कार्यकर्ता आड़े हाथ ले रहे हैं जो कि पार्टी के लिए बहुत ही निम्न। स्तर के निर्णय माना। जाना चाहिए।?

Post a Comment

0 Comments