शहडोल भास्कर
रिडेवलपमेंट बिभाग में स्थानांतरण आदेश को
चैलेंज कर रहे हैं नंदकिशोर?
नंदकिशोर आईओडब्लू (रेलवे) ने कुछ कर्मचारी को दिया अभय दान ?
स्थानांतरण हुए कर्मचारियों को स्वयं के लाभ के लिए स्पेरिंग (कार्यमुक्त) नहीं किया गया ?
शहडोल भास्कर / नंदकिशोर आईओडब्लू सीनियर सीनियर सेक्शन इंजीनियर (कार्य) ने अपने अधीनस्थ कर्मचारी को दिया अभय दान ? स्थानांतरण होने के कई माह बाद भी कर्मचारियों को स्वयं के लाभ के लिए स्पेरिंग (कार्यमुक्त) नहीं किया गया ?
ये रहा मामला
सीनियर सेक्शन इंजीनियर (कार्य) शहडोल के अंतर्गत री- डेवलपमेंट स्कीम के तहत 5 - 6 कर्मचारियों का स्थानांतरण / पोस्टिंग हुआ, परंतु सूत्रों की माने तों कर्मचारियों की कमी बताते हुए स्पेरिंग (कार्यमुक्त) नहीं किया गया ? बड़ी बात यह है कि इसी स्कीम के तहत इनके स्थानांतरण के तीन - चार माह पश्चात इसी कार्यालय के एक महिला कर्मचारी जो एमसीएम पेंटर पर पदस्थ थीं उनका स्थानांतरण हुआ था, जिसकी पोस्टिंग टीआरडी कार्यालय शहडोल में हुई थीं, आईओडब्लू शहडोल ने अपने कर्तव्यनिष्ठ का परिचय देते हुए साथ ही बड़ी गंभीरता दिखाते हुए उसे तत्काल प्रभाव से स्पेरिंग (कार्यमुक्त) कर दिया गया। बड़ा सवाल यह है कि क्या कही महिला कर्मचारी होने की वजह से तों ऐसा नही हुआ जो त्वरित कार्य मुक्त किया गया या चढ़ोतरी नही दीं गई जिसके वजह से कार्यमुक्त किया गया। यदि टीआरडी कार्यालय शहडोल मे जब कर्मचारियों की अत्यंत आवश्यकता थीं तों बाकी जो पुरुष कर्मचारी हैं उन्हें आज दिनांक तक क्यों कार्य मुक्त नहीं किया गया ? सूत्रों के हवाले से खबर है कि आईओडब्लू शहडोल जो गांधी जी के प्रिय सेवक है इनके सामने शेष बचे कर्मचारी नतमस्तक हो गए और आईओडब्लू शहडोल द्वारा जो गांधी जी के डंडा चलाया उसके आगे सारे नियम, कायदा, कानून ध्वस्त हो गए। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर से प्राप्त आदेश को इन्होने डस्टबिन में डाल दिए ? क्योंकि इन्हें मालूम है कि ऊपर बैठे उच्च अधिकारीयों को कैसे मैनेज किया जाता है। शाबास आईओडब्लू शहडोल......