कोषालय सभागार से संचालित हो रहे गैरकानूनी धंधे मैनुअल स्टाफ में चल रहा है 2 गुना की धांधली

 शहडोल भास्कर


 कोषालय सभागार से संचालित हो रहे गैर कानूनी धंधे | मैनुअल स्टांप मे चल रहा है दो गुना की धांधली

शहडोल कोषालय से प्राप्त होने वाले मैनुअल स्टॉप शासन के विक्रय दर से 20% लागत पर हितग्राहियों को मिल रहा है|  जिला मुख्यालय शहडोल के कोषालय से प्राप्त होने वाले स्टॉप वेंडर धारकों के द्वारा इन दिनों भ्रष्टाचार का पट कथा लिखा जा रहा और जिले के संवेदनशील  अधिकारियों  के आंखो मे सरेआम आम धुल झोक रहे है सोहागपुर तहसील एवं जिले के नगरीय निकाय मे आम जनता को स्टांप की आवश्यकता पर पूर्ति करने के लिए ₹10 के स्टांप को 2 गुना दाम पर खरीदने के लिए नागरिक मजबूर हो रहे हैं| यह खेल कलेक्टर कार्यालय से संचालित कोषालय सभागार से शुरू होता है |यूं तो कहें सरकार के द्वारा स्टांप विक्रय के एवज में  विक्रेताओं को कमीशन दिया जाता है |इसके बावजूद भी जनता स्टांप बॉन्डों का शिकार हो जाते हैं |कोई नई बात नहीं है ₹100 के स्टांप को ₹130 में प्राप्त किया जा रहा हो यह धांधली कलेक्टर कार्यालय के बगल तहसील सोहागपुर और आसपास स्टांप वेंडरों के द्वारा जमघट लगा कर लूट का बाजार खोलकर बैठे हैं |गैरकानूनी तरीके से  तहसील के आसपास स्टांप के विक्रय पर शासन का बेलगाम जिस न्यायालय में कार्यपालक दंडाधिकारी तहसीलदार एवं अनुभाग के अनुविभागीय दंडाधिकारी बैठ रहे हो उसी कार्यालय में नागरिकों को सरेआम लूटने का कार्य किया जा रहा हो इससे प्रतीत होता है कि प्रशासनिक तंत्र में दंड संहिता का दंडात्मक कार्यप्रणाली की समीक्षा अधिकारियों ने अधीनस्थ कर्मचारियों के बीच पर अपना पैठ नहीं बनाया है सैकड़ों की तादात में तहसील के आसपास अधिवक्ताओं के संरक्षण में बिचौलियों का कार्य करने वाले स्टांप विक्रय पर भी करते हैं हस्तक्षेप इस पर जिला प्रशासन क्या सकारात्मक कदम उठाता है यह भी गंभीरता का विषय है जिस पर शासन के व्यवस्थाओं के साथ में आम जनता सीधे जुड़कर शासन से न्याय का गुहार लगाने के लिए सैकड़ों किलोमीटर चलकर तहसील और कलेक्ट्रेट के चक्कर लगाते न्यायपालिका के दरबार में अगर जनता को सरेआम दोगुना दर मे स्टाफ जैसे आवश्यक दस्तावेजों पर लेना पड़े तो जनता को कैसे न्याय मिलेगा 

शहडोल भास्कर  संवाददाता के द्वारा ग्राउंड जीरो पर रिपोर्टिंग के दौरान चल रहे धांधली का पर्दाफाश जनता ने किया है इस संदर्भ को लेकर जिले के मुखिया एवं संवेदनशील कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य  से बात किया गया तो जांच पश्चात जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही किए जाएंगे यह मामला गंभीर है इस पर अमल करने की आवश्यकता है

स्टेटमेंट

कार्यपालिक जिला दंडाधिकारी कलेक्टर शहडोल

श्रीमती बंदना वैद्य

 स्टांप को अधिक कीमत बिक्री अगर हो रहा है जिम्मेदारों के विरुद्ध जांच पश्चात कार्यवाही किया जाएगा

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