मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार के विकास पर्व का एक नजारा आदिवासी अंचल शहडोल जिले का ध्यानाकर्षण करें

 शहडोल भास्कर 



जैैतपुुर बिधानसभा क्षेत्र के

 बिधायक मनिषा सिंह जनता से संवाद के स्थान पर रहते हैं विवादों के सुर्ख़ियो मे| खाट मे लेकर जाते अस्पताल गर्भवती महिला कि यह घटनाक्रम विकास के सारे परिधियों को झकझोर कर रख देता है और जनता के साथ झूठे वादे का पहचान भी चश्म दर्शी क्षेत्र के जनप्रतिनिधि देख रही कैसा विकास जिसका गुड़गांन प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान खुद कर रहे हो यह मामला विधानसभा क्षेत्र जैैपुर के बुुथ क्रमांक 313 का है ग्राम तुर्री-दलान 



 शहडोल भास्कर


शहड़ोल में सड़क न होने पर गर्भवती को खाट पर लेकर तीन किमी तक चले पैदल , रास्ते मे ही हो गई डिलेवरी


LOCATION- SHAHDOL

RIPORTER- RAJBAHOR Yadav 

MO- 09425484871

SLUG-26_JULY_BAD_SYSTEM


एंकर । मध्य प्रदेश की सरकार भले ही आदिवासी इलाकों में सुविधाओं और योजनाओं का अंबार लगाने का दावा करती हो, हालात बहुत ही बुरे हैं। शहड़ोल जिले में सड़क न होने पर मजबूरन गर्भवती महिला को खाट पर रखकर तीन किमी का रास्ता पैदल ही तय किया,इस दौरान रास्ते मे ही डिलेवरी हो गई, सिस्टम को तमाचा मरती है यह तस्वीर शहड़ोल जिले के जनपद पंचायत सोहागपुर  अंतर्गत ग्राम पंचायत धनौरा के ग्राम तुर्री दलान की यह मामला सरकार के खोखले वादे और चलाए जा रहे विकास पर्व को शर्मिंदा से शर्मसार कर रहा सरकार में बैठे सत्ताधीश सत्ता के नशा मेे चुुर अपने विधानसभा क्षेत्र में चौथी बार सरकार बनाने का वादा लेकर इन्हीं विकास यात्रा के साथ अपने राजनैतिक खोखलेपन के एहसास दिला रहे हैं जनता को क्या अब वह समय आगया है जब  विराम लगेगा जय सिंह मरावी के राजनैतिक भविष्य पर  जनता पैदल चलकर सड़क और स्वास्थ्य के लिए गुहार लगा रहा हो उस समय सुशासन व्यवस्था को चलाने वाले जिले के कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य के कार्ययशैली क्षेत्र भ्रमण के लिए क्या कोई रोड मैप नहीं है जिसके माध्यम से वस्तुुस्थति मूल्यांकन अवलोकन करने के लिए कलेक्टर को समय ही नही है अब आपको बताते हैं किस शहडोल के विकास की कहानी अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्षेत्र के विकास के लिए प्रशासन को ना तो समय है और ना ही जनता के दुख दर्द सुनने का आदत शहडोल में पूर्व राजस्व एवं वनराज मंत्री और वर्तमान के विधायक जय सिंह मरावी के विधानसभा क्षेत्र की यह विकास का नजारा 5 बार विधानसभा के सदस्य होने के पश्चात भी क्षेत्र के विकास में किस प्रकार से इनका भूमिका रहा और सत्ता और सरकार की बीच इनकी समन्वय कैसे स्थापित किए  हैै जिसकी खामियाजा आज विधानसभा क्षेत्र के आम नागरिकों को सुविधा के नाम पर रोड पानी और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का कमी महसूस करने में सरकार ने अपने वायदे अनुसार । 

हजारों कोस दूर दिखाई देता है

शहडोल के सोहागपुर जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत धनौरा मे ग्राम तुर्री-दलान में 25 वर्षीय गनपति बैगा पति मोहन बैगा को सुबह-सुबह प्रसव पीड़ा शुरू हुई तब ग्रामीणों ने खटिया में डंडे को रस्सी से बंधा कर कंधे के सहारे दो किलोमीटर की करीब 300 फिट की पहाड़ी उतार के मुख्य सड़क तक लाएं, इसके बाद आशा कार्यकर्ता आदि कि मदद से एम्बुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुढ़ार ले जा रहे थें तभी रास्ते में बेम्हौरी के पास खराब सड़क के कारण प्रसव हो गया, जिसके बाद प्रसव पीड़िता गनपति बैगा को समीपस्थ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेम्हौरी में ही रोका गया जहां उपस्थित नर्सों ने जांच कर स्थिति सामान्य बताई तब गनपति बैगा को बुढ़ार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, गनीमत है कि ऐसी अव्यवस्थाओं के बाद भी जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित है।


शहड़ोल में सड़क न होने पर गर्भवती को खाट पर लेकर तीन किमी तक चले पैदल , रास्ते मे ही हो गई डिलेवरी




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RIPORTER- RAJBAHOR Yadav 

MO- 09425484871

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एंकर । मध्य प्रदेश की सरकार भले ही आदिवासी इलाकों में सुविधाओं और योजनाओं का अंबार लगाने का दावा करती हो, हालात बहुत ही बुरे हैं। शहड़ोल जिले में सड़क न होने पर मजबूरन गर्भवती महिला को खाट पर रखकर तीन किमी का रास्ता पैदल ही तय किया,इस दौरान रास्ते मे ही डिलेवरी हो गई, सिस्टम को तमाचा मरती है यह तस्वीर शहड़ोल जिले के जनपद पंचायत सोहागपुर  अंतर्गत ग्राम पंचायत धनौरा के ग्राम तुर्री दलान की यह मामला सरकार के खोखले वादे और चलाए जा रहे विकास पर्व को शर्मिंदा से शर्मसार कर रहा सरकार में बैठे सत्ताधीश सत्ता के नशा मेे चुुर अपने विधानसभा क्षेत्र में एक बार सरकार बनाने का वादा लेकर इन्हीं विकास यात्रा के साथ अपने राजनैतिक खोखलेपन के एहसास दिला रहे हैं जनता को क्या अब वह समय आगया है जब  विराम लगेगा मनिषा सिंह के राजनैतिक भविष्य पर  जनता पैदल चलकर सड़क और स्वास्थ्य के लिए गुहार लगा रहा हो उस समय सुशासन व्यवस्था को चलाने वाले जिले के कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य के कार्ययशैली क्षेत्र भ्रमण के लिए क्या कोई रोड मैप नहीं है जिसके माध्यम से वस्तुुस्थति मूल्यांकन अवलोकन करने के लिए कलेक्टर को समय ही नही है अब आपको बताते हैं किस शहडोल के विकास की कहानी अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्षेत्र के विकास के लिए प्रशासन को ना तो समय है और ना ही जनता के दुख दर्द सुनने का आदत शहडोल में पूर्व राजस्व एवं वनराज मंत्री और वर्तमान के विधायक  मनिषा सिंह के विधानसभा क्षेत्र की यह विकास का नजारा 5 बार विधानसभा के सदस्य होने के पश्चात भी क्षेत्र के विकास में किस प्रकार से इनका भूमिका रहा और सत्ता और सरकार की बीच इनकी समन्वय कैसे स्थापित किए  हैै जिसकी खामियाजा आज विधानसभा क्षेत्र के आम नागरिकों को सुविधा के नाम पर रोड पानी और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का कमी महसूस करने में सरकार ने अपने वायदे अनुसार । 

हजारों कोस दूर दिखाई देता है

शहडोल के सोहागपुर जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत धनौरा मे ग्राम तुर्री-दलान में 25 वर्षीय गनपति बैगा पति मोहन बैगा को सुबह-सुबह प्रसव पीड़ा शुरू हुई तब ग्रामीणों ने खटिया में डंडे को रस्सी से बंधा कर कंधे के सहारे दो किलोमीटर की करीब 300 फिट की पहाड़ी उतार के मुख्य सड़क तक लाएं, इसके बाद आशा कार्यकर्ता आदि कि मदद से एम्बुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुढ़ार ले जा रहे थें तभी रास्ते में बेम्हौरी के पास खराब सड़क के कारण प्रसव हो गया, जिसके बाद प्रसव पीड़िता गनपति बैगा को समीपस्थ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेम्हौरी में ही रोका गया जहां उपस्थित नर्सों ने जांच कर स्थिति सामान्य बताई तब गनपति बैगा को बुढ़ार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, गनीमत है कि ऐसी अव्यवस्थाओं के बाद भी जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित है। सूत्रों के अनुसार पूर्व में इस खबर में जयसिहंनगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक जयसिंह मरावी के नाम लिखा गया था विधानसभा राजस्व सीमा के वास्तविक जानकारी उपलब्धता न होने के कारण खबर में त्रुटि प्राप्त हुई जिसे  सुधार कर खबर प्रकाशन की ओर सोशल साइड में शहडोल भास्कर मे चल रहे खबर को सुधारकर  लिखा गया है इसके लिए खबर की तथ्यात्मक जानकारी के कारण त्रुटि के लिए छमा खेद है भविष्य में प्राप्त जानकारी के अनुसार खबरें प्रकाशन


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