जिले के अधिकारी चुनाव में मुश्कुल है | नौनिहालों का शव तैर रहा हैं सेफ्टी टैंक में

शहडोल भास्कर

जिले के अधिकारी चुनाव में मुश्कुल|नन्हे मासूम बच्चे लापरवाही मृत अवस्था में तैरते रहे हैं सेफ्टी टैंक में.. ?

शिक्षा विभाग अपने जवाब देही से दूर खड़ी दिखाई दे रहा है..? जबकि प्रबंधन की लापरवाही के कारण मासूम के मौत के बाद परिजनों ने किया चक्का जाम और कार्यवाही की माग 

 स्कूल के सेप्टी टैंक में गिरी 3 वर्षीय मासूम की मौत, परिजनों ने सड़क पर लगाया जाम  किये दिसंबर 01, 2023

यह घटना एक शाला एक परिसर का है जहां पर आदिवासी आयुक्त एवं शिक्षा विभाग के जिम्मेदारियों का खामियाजा आज आम जनता के मासूम बच्चों से जा गुजरा

 शहडोल//ग्रामीणों ने कहा कि ग्राम पंचायत निर्माण एजेंसी है एवं स्कूल प्रबंधन के लापरवाही की वजह से अब तक सेफ्टी टैंक खुला रहा जिसके कारण पड़ोस के मासूम का मृत्यु आज दुखद हुआ है |इस पर स्कूल प्रबंधन से लेकर ग्राम पंचायत के निर्माण एजेंसी के ऊपर सख्त कार्रवाई होना आवश्यक है| और खुले में पड़े सेफ्टी टैंक को तत्काल प्रभाव के साथ सुरक्षित कराया जाए |जिससे आगामी समय में इस प्रकार के दर्दनाक कोई घटना ना घटे खंड शिक्षा अधिकारी डी के निगम बुढार एवं सर्व शिक्षा अभियान के जिला समन्वय कि अगर बात करें तो अपने विकासखंड एवं जिले के क्षेत्र में संचालित विद्यालयों में निरीक्षण के नाम पर सिर्फ कोरम पूरा करते है| एवं जिले में नवीन पदस्थापना के बाद सर्व शिक्षा अभियान के डी पी सी अमरनाथ सिंह की टूर डायरी एवं लाक बुक की अगर वास्तविक निरीक्षण किया जाए तो पता चलेगा कि बुढार के केशवाही क्षेत्र में आठ माह से पद स्थापना के पश्चात भी अब तक अधिकारी की गाड़ी स्कूल निरीक्षण के लिए नहीं गया |कहीं जवाब दे अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान विद्यालय परिसर में आना जाना बना होता तो स्कूल बाउंड्री वॉल से लेकर स्कूल में बनाए जा रहे निर्माणाधीन सेफ्टी टैंक के कार्य को पूरा करने के लिए शासन स्तर में पत्राचार किया जाता |गौरतलब है कि स्कूल प्रबंधन के द्वारा ग्राम पंचायत को किसी भी प्रकार के कोई पत्राचार अधूरे संरचना शौचालय एवं सेफ्टी टैंक के विषय में अब तक जानकारी उपलब्ध नहीं कराया गया| यही कारण है कि आए दिन ऐसी घटनाएं जिले में मासूम बच्चों और स्कूली छात्राओं के साथ में घट जाता है| और स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी अपने जिम्मेदारियां से दूर खड़े दिखाई देते हैं 

खंड शिक्षा अधिकारी का क्या है जवाब देही..?

विकासखंड बुढार अंतर्गत उपखंड केशवही क्षेत्र में आज एक बड़े घटना दुर्भाग्यपूर्ण घटा जिसको लेकर विकासखंड के अधिकारी एवं बीआरसी सीताराम दुबे अपने जवाब देही से भाग रहे हैं |और जिले में प्रशासनिक तंत्र को कोरम पूरा शिक्षा विभाग को आईना दिखाने का काम कर रहे हैं |जबकि शिक्षा विभाग में चल रहे लापरवाही एवं शिक्षा के मंदिर को शासन द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं एवं विद्यालय भवन पुस्तकालय तथा प्रयोगशाला या अन्य गतिविधियों के साथ भी हो रहा है बड़ा हेरा फेरी बावजूद जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के भ्रमण को लेकर भी पालक जन एवं क्षेत्र के नागरिक प्रश्न उठा रहे हैं |केशवाही के मझौली ग्राम के मासूम के दर्दनाक घटना के अगर बात करें तो कहीं ना कहीं हाई स्कूल  में पदस्थ प्राचार्य पवन शर्मा  एवं अन्य कर्मचारियों का भी जिम्मेदारियां दिखाई दे रहा है |यह बात अलग है कि शिक्षा विभाग में अगर वह छात्र अध्यनरत होता तो अपनी जवाब देही सुनिश्चित मानते कहीं ना कहीं महिला बाल विकास एवं आंगनबाड़ी के भवन भी इस विद्यालय परिसर के पास संचालित होता होगा और 0  से 3 वर्ष के बच्चों को स्कूल में स्नपान और आगवाडी आने के लिए ग्रामीणों को आगे किया जाता है| घर से मासूम बच्चों को निकालने के बाद में उनके साथ क्या होता है इसकी जिम्मेदारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका का होता है प्रशासन तंत्र के आला अधिकारी अपना जवाबदेही  से पल्ला झाड़ रहे हैं..?

हाईस्कूल के सेफ्टी टैंक में गिरी 3 वर्षीय मासूम की मौत हो गई है , घटना के बाद आक्रोशित परिजन व स्थानीय लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया लोगो का कहना है की लापरवाही की वजह से सेफ्टी टैंक कई महीनो से खुला पड़ा था उसमें कई मवेशियों की भी मौत हुई है। ग्रामीणों ने मामले की शिकायत सरपंच सचिव से की थी लेकिन उसे बंद नहीं करवाया आखिरकार उसमें अब 3 वर्षीय मासूम गिर गई और उसकी मौत हो गई है। केशवाही चौकी अंतर्गत मझौली गांव की रहने वाली काजल गुप्ता पिता सीताराम गुप्ता उम्र 3 वर्ष घर के समीप खेल रही थी तभी घर के बगल में मझौली शासकीय विद्यालय के खुले सेप्टिक टैंक में वह खेलते खेलते जा गिरी , काफी देर तक जब उसका पता नहीं लगा तो परिजन ने उसकी तलाश की जिसका शव सेप्टिक टैंक में मिला है। घटना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची परिजन सहित ग्रामीणों में काफी आक्रोश है ,ग्रामीणों ने सकरा गांव में जाम लगा दिया है यह मार्ग गिरवा से केशवाही पहुंचने के लिए मुख्य मार्ग है । चौकी प्रभारी आशीष झारिया ने जानकारी देते हुए बताया है की घटना की जानकारी लगते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा है। लोगों को समझाइए दी जा रही है वरिष्ठ अधिकारियों को भी मामले की खबर दी गई है वरिष्ठ अधिकारी भी घटनास्थल के लिए रवाना हुए हैं।

कौन है मुद्रिका पटेल....?

संभागीय स्तर में एक और ऐसा नाम है जिसके नाम पर अधिकारी थर थर कांपने लगते हैं|वह नाम आप सुनकर हैरान हो जाएंगे इस समय कई वर्षों से बुढार जनपद में पदस्थ मुखकार्यपालन कार्यपालन अधिकारी मुद्रिका पटेल है..? जिन्हें जिले के कलेक्टर संवेदनशील मानते हैं |यही कारण है कि मुद्रिका पटेल के संवेदनशीलता को अगर देखा जाए तो जनपद क्षेत्र में निर्माण कार्य एवं कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रहे हैं उनके अधीनस्थ कर्मचारी इसी कारण से ग्राम पंचायत निर्माण एजेंसी होने के कारण विद्यालय परिसर में बनाए जा रहे शौचालय भवन के सेफ्टी टैंक में नौनिहाल दूधमुंहा के जीवन लीला समाप्त हो गया और ग्राम पंचायत अपने जिम्मेदारियां से दरकिनार है और अधूरा निर्माण कार्य करके स्कूल आंगनबाड़ी में आने वाले छात्र-छात्राओं के जीवन का कल बनकर वह सेफ्टी टैंक स्कूल प्रांगण में रहा जिसके कारण आज एक मां के गोद से बच्चे का प्यार सदैव के लिए दूर हो गया

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