शहडोल भास्कर// देश के प्रधानमंत्री मन की बात को लेकर 100 एपिसोड पूरा कर चुके हैं लेकिन आदिवासी अंचल के लोक गीत कृषि जगत लोक नृत्य कर्मा आदिवासियों के परंपरा के प्रसारण 2019 से बंद पड़ा हुआ है जिसे लेकर क्षेत्र के संभ्रांत नागरिकों एवं समाचार पत्रों में प्रकाशित जन मुद्दा को लेकर खबरें चलाया गया अब तक सरकार को नहीं पड़ा कोई असर इस संदर्भ पर शहडोल संसदीय क्षेत्र के सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह के पहल भी नाकाम साबित हुआ अब आकाशवाणी प्रसारण को लेकर कैजुअल्टी कार्यकर्ता एवं दूर दर के श्रोता देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से करेंगे मांग आकाशवाणी प्रसारण को लेकर आकाशवाणी के कार्यक्रम को जिस समय बंद किया गया था उस समय से अब तक जन मुद्दे के साथ हैं शहडोल भास्कर के संपादक राज बहोर यादव
मन की बात को सुनाने के लिए आकाशवाणी शहडोल से स्थानीय प्रसारण होना जरूरी
पीएम मोदी को ज्ञापन सौपेगा आकाशवाणी शहडोल का कैजुअल स्टाफ
शहडोल भास्कर// संपादक राज बहोर यादव
शहडोल भास्कर। आगामी 27 जून को आदिवासी अंचल में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन के मद्देनजर आकाशवाणी बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों एवं आकाशवाणी शहडोल के कैजुअल स्टाफ की एक बैठक आज 25 जून को अधिवक्ता रमेश त्रिपाठी के निवास पर आयोजित की गई। बैठक में कैजुअल स्टाफ की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जहां एक ओर आकाशवाणी शहडोल से पुनः तीनों सभाओं में स्थानीय प्रसारण की आस भरी निगाह टिकी हुई है। वहीं दूसरी ओर शहडोल संसदीय क्षेत्र की सांसद हिमाद्री सिंह के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ज्ञापन सौंपकर आकाशवाणी शहडोल के संबंध में उनका ध्यान आकर्षित किया जाएगा। खास तौर पर यह बात भी पीएम जी के सामने लाई जाएगी कि आकाशवाणी शहडोल का स्थानीय प्रसारण बंद होने से जहां एक और माननीय प्रधानमंत्री जी के मन की बात का श्रवण प्रभावित हुआ है, वहीं दूसरी ओर केंद्र एवं प्रदेश सरकार की जनहितकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी नहीं हो पा रहा है। साथ ही यह भी बताया जाएगा कि आकाशवाणी शहडोल की स्थापना नान लोकल रेडियो स्टेशन के रूप में की गई थी, जिस संबंध में ज्ञात हुआ है कि विगत 4 वर्ष पूर्व बिना किसी सक्षम आदेश के उसे लोकल रेडियो स्टेशन में परिवर्तित कर दिया गया है। इसके अलावा अन्य कई मुद्दे भी पीएम नरेंद्र मोदी के संज्ञान में लाए जाएंगे। बैठक में राजेश सोंधिया, रमेश त्रिपाठी, मंजुला पांडे, बृजेश चंद्र सिरमौर, मनीषा माथंकर, रवि कुमार गुप्ता, अरुण द्विवेदी, पूनम द्विवेदी, शैली गौर, विनय मिश्रा, मुकेश सिंह, प्रवीण नामदेव, प्रशांत कुमार पांडे और अशोक कुमार सहित अन्य गई कलाकार व वार्ताकार मौजूद रहे।